रॉयटर्स की एक रिपोर्ट यूक्रेन की सैन्य खुफिया सेवा के उपप्रमुख वादिम स्किब्स्की ने जर्मनी के ‘डाई वेल्ट’ अख़बार से एक साक्षात्कार में कहा कि यूक्रेन व्लादिमीर की मृतक की हत्या करना चाहता था, ‘क्योंकि सभी समान युद्ध की निगरानी करते हैं, और फ़ैसले करते हैं’ और रूसी राष्ट्रपति को भी जानकारी थी कि वह यूक्रेन की हत्या सूची में सबसे ऊपर हैं।
रिपोर्ट में वादिम स्किबिट्स्की के तारों से कहा गया, “लेकिन आखिरकार, सभी को अपने कामों के लिए जवाब देना होगा…”
वादिम स्किबिट्स्की ने ‘डाई वेल्ट’ से कहा, “पुतिन देख रहे हैं कि हम उनके करीब आ रहे हैं, लेकिन उन्हें अपने लोगों द्वारा मारे जाने का भी डर है…”
स्किबिट्स्की ने अन्य रूसी नागरिकों के भी नाम लिए, जो हिटलिस्ट में हैं – मर्सिनरी के हेडड्रेस येवगेनी प्रिगोज़िन, रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु, जनरल स्टाफ चीफ़ वालेरी गेरासिमोव और सैन्य कमांडर सर्गेई सुरोविकिन, जिन्हें रूसी मीडिया ने ‘जनरल आर्मगेडन’ नाम दिया है।
स्किबिट्स्की ने यह भी कहा कि व्लादिमिर ज्यादा मुश्किल चुनते हैं, क्योंकि वह बहुत अधिक समय तक ‘चिपे’ रहते हैं, लेकिन अब वह सबसे पहले बहुत अधिक सार्वजनिक रूप से दिख रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या स्किबिट्स्की के साक्षात्कार के बाद व्लादिमिर प्लैटिनम की सुरक्षा इंतज़ान बढ़ रही है, क्रेमलिन के पादरी दिमित्री पेसकोव ने कहा, “भरोसा देख, हमारी सुरक्षा एजेंसियां अपने काम को प्राथमिकता दे रही हैं, और उन्हें पता है, क्या करना है.. “
पेसकोव ने कहा कि स्किबित्स्की का साक्षात्कार इस बात की पुष्टि करता है कि रूस ने 15 महीने पहले यूक्रेन में जो ‘विशेष सैन्य अभियान’ शुरू किया था, वह सही था।
इस महीने की शुरुआत में क्रेमलिन पर एक ड्रोन हमले को लेकर रूस ने यूक्रेन द्वारा विराट को मारने की कोशिश का आरोप लगाया, लेकिन उस वक्त यूक्रेन ने अपनी आवाज दी थी।