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VIDEO: तुर्की में आए भयानक भूकंप में, जब ताश के पत्तों की तरह गिरी इमारत -दिल्ली देहात से

VIDEO: तुर्की में आए भयानक भूकंप में, जब ताश के पत्तों की तरह गिरी इमारत
-दिल्ली देहात से

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नई दिल्ली:

तुर्की में सोमवार को आए भूकंप में 1800 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। भूकंप की तीव्रता 7.8 झलकी थी। इस भूकंप को तुर्की के इतिहास में दूसरा सबसे भयानक भूकंप बताया जा रहा है। तुर्की के अलग-अलग क्षेत्रों में भूकंप से हुए नुकसान के बाद राहत और बचाव का कार्य जारी है। इन सब के बीच तुर्की में आए भूकंप की वजह से एक इमारत की एक तस्वीर का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह से एक बहुमंजिला इमारत भूकंप के तेज झटकों के बीच ताश पत्ते की चादर चढ़ गई है।

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रायटर के अनुसार यह वीडियो तुर्की के सनलीउर्फा प्रांत का बताया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि सनलिउफ़ा में 16 और उस्मानिया में 34 गड़बड़ियाँ हुई हैं। हालांकि अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि जिस समय यह भवन निर्माण हुआ उस दौरान उसके अंदर कोई था या नहीं। इलाके में अभी राहत और बचाव का काम जारी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय और एक स्थानीय अस्पताल के अनुसार, सीरिया के सरकार-नियंत्रित हिस्सों के साथ-साथ तुर्की समर्थक गुटों के कब्जे वाले उत्तरी क्षेत्रों में कम से कम 245 लोग मारे गए, यह संख्या अभी और बढ़ सकती है। वहीं तुर्की के उपराष्ट्रपति फुआट ओकटे ने जानकारी देते हुए बताया कि देश के दक्षिण पूर्व में सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप से तुर्की में कम से कम 284 लोगों की मौत हो गई, उन्होंने कहा कि ये पात्र अभी और बढ़ सकते हैं। ओक्टे ने कहा कि तुर्की के सबसे बड़े भूकंपों में से एक में 2,300 से अधिक लोग घायल हो गए, कई प्रमुख शहरों में खोज और बचाव कार्य जारी है।

थोड़ी ही देर में बर्फीले तूफ़ान से बचाव में बाधा आ रही थी क्योंकि सड़कें बर्फ़ से ढँकी हुई हैं। भू-कंप स्थानीय समय के अनुसार सुबह 04:17 बजे (0117 GMT) लगभग 17.9 किलोमीटर (11 मील) की गहराई में आया। यूएस जियोलॉजिकल सर्विस ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को दक्षिणी तुर्की में गजियांटेप के पास 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र तुर्की के 26 किलोमीटर दूर पूर्व में नूरदा रहा है। ये इलाक़ा ग़जिंटेप के पास है। इस इलाक़े की आबादी क़रीब 20 लाख है जिसमें पाँच लाख सीरियाई शरणार्थी हैं। आशंकाएं जा रही हैं कि भूकंप से बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हो सकता है।

दिन का विशेष रुप से प्रदर्शित वीडियो

लता मंगेशकर के लिए मजरूह सुल्तानपुरी ने एक नज़्म लिखी थी

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