दिल्ली देहात से….

हरीश चौधरी के साथ….

बेटी को पापा ने गलत एजाजेशन सेंटर में छोड़ दिया, बेटी रोती रही, शीर्ष ने फिर लड़की को बनाया -दिल्ली देहात से

बेटी को पापा ने गलत एजाजेशन सेंटर में छोड़ दिया, बेटी रोती रही, शीर्ष ने फिर लड़की को बनाया
-दिल्ली देहात से

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कई बार कुछ लोग बहुत प्यारे होते हैं, जिनके कारण दूसरों को नई ऊर्जा मिलती है। दरअसल, गुजरात का मामला है। इन दिनों यहां बच्चों की बोर्ड परीक्षा चल रही है। ऐसे में एक पिता ने अपनी बेटी को गलत परीक्षा केंद्र में छोड़ दिया। बेटी जब अपनी रोल नंबर बनने लगी तो उसे नहीं मिला। उसका वास्तविक परीक्षा केंद्र वहां से 20 किलोमीटर दूर था। जब बेटी को लेकर हुआ समझौता कि वो गलत परीक्षा केंद्र में चला गया तो रोने लगी। परीक्षा होने में सिर्फ 15 मिनट ही बचे थे। ऐसे में एक अतिसंवेदनशीलता ने लड़की की मदद की। उसे सही समय पर संदेश कर सबका दिल जीत लिया।

जानकारी के अनुसार, पुलिस इंस्पेक्टर ने अपनी सरकारी गाड़ी में होस्ट को समय पर परीक्षा केंद्र बनाया। इस क्रम में हूटर का भी प्रयोग किया गया। निगरानी की पहचान भुज एक डिवीजन के लिए जेवी धोखे के रुप में हुई है। इनकी इंसानियत की वजह से बच्ची का 1 साल खराब होने से बचा है।

होस्टल का नाम निशा जयंतीभाई सवानी है। निशा के पिता ने उन्हें मातृछाया स्कूल में छोड़ दिया, लेकिन निशा को बाद में पता चला कि वह गलत परीक्षा केंद्र पर पहुंच गए हैं, और उनका एजाजमेंट सेंटर आर डी वरसानी है। मातृछाया स्कूल और आर डी वरसानी स्कूल के बीच 20 किलोमीटर का फासला है।

इस पूरे मामले में जेवी धोला का कहना है कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैं बच्ची को परीक्षा केंद्र लेकर गया। इस सब्जेक्ट की लोग बहुत ही उम्मीद कर रहे हैं।

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