कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में सभी संपूर्ण को 200 यूनिट मुफ्त बिजली (गृहज्योति) दी, हर परिवार की महिला मुखिया को प्रतिमा 2000 रुपये की सहायता (गृहलक्ष्मी) दें, गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवार के हर सदस्यों को 10 किराया मुफ्त चावल (गृहज्योति) दें अन्नभाग्य)दे, दो साल के लिए बेरोजगार युवाओं को इमेजह 3000 रुपये और भटकाव याचिकाकर्ता युवाओं को 1500रुपये (18 से 25 साल के उम र दृष्टिकोण को) ‘युवानिधि’ योजना के तहत देने और सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा का वादा किया था।
कांग्रेस ने समझौता किया था कि बहुमत के साथ सत्ता में आने पर मंत्रिमंडल की पहली बैठक में ही इन योजनाओं को लागू किया जाएगा। पार्टी ने विधानसभा की 224 में 135 सीटें जीतकर शानदार बहुमत हासिल किया।
शपथ ग्रहण के आरंभ के बाद श्री सिद्धरमैया ने मीडिया से कहा था कि मंत्रिमंडल ने पुरातनपंथी रूप से इन आकर्षण को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा था, ”हम विवरण हासिल करेंगे और चर्चा करेंगे… वित्तीय प्रभाव पर गौर किया जाएगा और तब हम निश्चित ही ऐसा करेंगे। जो भी वित्तीय प्रभाव हो, हम इन पांच समरूपों को अगली कैबिनेट बैठक के बाद पूरा कर लेंगे।”
जेडडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के आरोप तय कर सत्ता में आए हैं। उन्होंने मिलने का संकल्प नहीं लिया। उन्होंने कहा, ”मैं उन्हें संपूर्ण से आमंत्रित कर रहा हूं, जो 200 यूनिट बिजली का उपयोग करते हैं। यदि आपकी बिजली की खपत 200 यूनिट के पार जाती है, तो आप भुगतान करें, मैं आपको ऐसा करने से नहीं रोकूंगा। उन्होंने इसका (200 यूनिट मुफ़्त बिजली) का वादा किया था।”
पूर्व कुमारस्वामी ने सरकारी बसों में यात्रा कर रही महिलाओं से एक भी किराया किराए पर देने की भी अपील की और कहा कि कांग्रेस ने मुफ्त बस पास का वादा किया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा देने से सरकार के दावे पर 24000 करोड़ रुपए खर्च आएगा।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कुमारस्वामी ने कहा, ”क्यों आपने इन योजनाओं की घोषणा करते हुए स्थिति के बारे में नहीं बताया। उस समय आपने बस मुफ़्त और का शोर मचाया. अब आप निर्देश की बात कर रहे हैं।”
बीजेपी के वरिष्ठ नेता आर अशोक ने कहा कि सिद्धरमैया, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और असली गांधी वाड्रा ने अपनी चुनावी रैलियों के दौरान एक-एक की घोषणा की। पूर्व उपमुख्यमंत्री अशोक ने कहा कि उन्होंने घोषणा की थी कि सरकार गठन के 24 घंटे के भीतर पहली कैबिनेट बैठक में इन्हें लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के 240 घंटे से अधिक वक्त तक भाषण दिए गए हैं, लेकिन कांग्रेस नेता अब भी नफा-नुकसान की बात कर रहे हैं।
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