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शेयर बाजार अपडेट ये कारक अगले सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे विवरण की जांच करें -दिल्ली देहात से

दिल्ली

अगले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में कारोबार में अपवाद- क्वैश्चन को मिल सकता है। इसकी वजह से घरेलू स्तर पर ठोस संकेत की कमी है और जोड़ों की नजर अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक के परिणाम सहित वैश्विक गतिविधियों पर होगी। बाजार शास्त्र ने यह कहा कि इस समय वैश्विक रुख भारतीय शेयर बाजार को दिशा दे रहा है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कारोबारियों की एलियन आपस (FII) एक्टिविटीज, रुपये के मूल्य (रुपये की दर) में लेटे-अपलोडिंग और तेल की कीमत (Oil Price) पर भी होगी।

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पिछले सप्ताह प्रमुख शेयर शेयर सेंसेक्स (सेंसेक्स और शेयर (निफ्टी) में करीब दो प्रतिशत की गिरावट आई। स्टॉक में बिकवाली है। अमेरिका में बैंक क्राइसिस (US Banking Crisis) बढ़ने की आशंका से जोखिम सतर्क रवैया अपनाये हुए हैं। लिपिक के अनुसार, अमेरिका में जोखिम अभी केंद्र में है। इसकी चिंताएं हैं। इसके अलावा, एलियन शिकश अपनाए हुए हैं। शेयर में बिकवाली है। (FPI) की पूंजी निकासी जारी रहने से भी चिंता है।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि। वाइस प्रेसिडेंट (टेक रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा, ”कुछ प्रमुख घरेलू घटनाओं के अभाव में, अब दावा का ध्यान फेडरल ओपन मार्केट केमेटी (FOMC) की 21-22 मार्च को होने वाली बैठक में होगा। इसके अलावा, स्टार तेल के दाम में उतार-चढ़ाव और फॉरेन फंड के कैपिटल इन्फ्लो (कैपिटल इनफ्लो ऑफ फॉरेन फंड्स) के रूख से भी बाजार को दिशा मिलेगी।”

शेयर बाजार के कारोबारियों को उम्मीद है कि अमेरिकन फेडरल ओपन मार्केट कमेटी रेट रेट (नीति दर) में अपेक्षाकृत कम 0.25 प्रतिशत की वृद्धि कर सकता है या फिर उसे मौजूदा स्तर पर कायम रख सकता है। इसकी वजह से अमेरिका में हर फरवरी में घटक छह प्रतिशत पर आ गया, जो एक महीने पहले 6.4 प्रतिशत था। इसके साथ ही अमेरिका उद्योग (US Economy) बैंकिंग संकट (Banking Crisis) से जूझ रहा है.

जिओजीत फाइनेंशियल के कई समीक्षा प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”अमेरिका में मुद्रा (मुद्रास्फीति) कम होने पर दुनिया भर में गारंटी है कि फेडरल रिजर्व आक्रामक रूप से रेटिंग नहीं और मार्च बैठक में यथास्थिति भी कायम रह सकती है।” उन्होंने कहा कि यूरोपियन सेंट्रल बैंक (यूरोपियन सेंट्रल बैंक) की रेटिंग में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि से अब सबकी नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व (यूएस फेडरल रिजर्व) और बैंक ऑफ इंग्लैंड (बैंक ऑफ इंग्लैंड) पर है। अगले सप्ताह नीतिगत दर को लेकर दोनों केंद्रीय बैंक बैठकें।

स्वास्तिका इनवेस्टमार्ट लि. के वरिष्ठ तकनीकी एनालिटिक्स गौर ने कहा कि अमेरिका में प्रवेश सिलिकॉन वैली बैंक (सिलिकॉन वैली बैंक) और न्यूयॉर्क के सिग्नेचन बैंक (सिग्नेचर बैंक) में दुर्घटना से जोखिम की गारंटी डगमगाया है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल मार्केट में लगातार नकारात्मक इक्विटी डॉलर और सोना जैसे सुरक्षित माने जाने वाले निवेश उत्पादों में पैसा लगा रहे हैं। वहीं एफआईआई घरेलू रुपये की विनिमय दर में गिरावट को देखते हुए घरेलू बाजार से निवेश निकाल रहे हैं।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, एलियन जानकारी शुक्रवार को शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने 1,766.53 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे। वहीं घरेलू कहावत शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने 1,817.14 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर प्राप्त किए।