दिल्ली देहात से….

हरीश चौधरी के साथ….

RSS प्रमुख ने कहा कि पंडितों ने जातियां बनाईं, भगवान नहीं Ndtv Hindi Ndtv India – शास्त्रों के आधार पर कुछ पंडित जो कहते हैं, वह झूठ है… : RSS प्रमुख मोहन भागवत -दिल्ली देहात से

देश की जाति व्यवस्था पर फ्रैंक बोले आरएसएस प्रमुख

मुंबई:

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम में रेस व्यवस्था पर फ्रैंक अपनी राय जाहिर की। आरएसएस प्रमुख ने मुंबई में संत रोहिदास जयंती समारोह में बोलते हुए राष्ट्रीय व्यवस्था के लिए पंडितों को जिम्मेदार ठहराया। भागवत ने कहा कि भगवान ने हमेशा कहा है कि मेरे लिए सभी एक हैं उनमें कोई जाति-वर्ण नहीं है, लेकिन पंडितों ने श्रेणी बनाई है.. जब हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा कोई नीचा या कोई अलग कैसे हो गया? उन्होंने कहा, “सत्य ही ईश्वर है… नाम, योग्यता और सम्मान कुछ भी हो, सब एक समान हैं और कोई भेद नहीं है… शास्त्रों के आधार पर कुछ पंडित जो कहते हैं, वह झूठ है…”

यह भी पढ़ें

आरएसएस प्रमुख ने साथ ही कहा कि हमारी गतिविधियों का मतलब समाज के प्रति भी जिम्मेदार है। संत रोहिदास और बाबासाहेब ने समाज में सामंजस्य स्थापित करने के लिए काम किया। देश और समाज के विकास के लिए जो मार्ग दिखाए गए वो संत रोहिदास थे, क्योंकि समाज को मजबूत करने और आगे बढ़ाने के लिए जो परंपरा की आशंका थी, वह उन्हें दी गई है। देश के लोगों ने अपने मन को ही पार्षद में डाला। इसके लिए कोई और जिम्मेदार नहीं है। समाज में जब अपनापन खत्म हो जाता है, तो एक ही दुश्‍मन दु:खी हो जाता है।

हमारे समाज के बंटवारे का ही फायदा दूसरों ने उठाया। इसी का लाभ पाने के लिए देश में आक्रमण हुए और बाहर से आए लोगों ने लाभ उठाया। भागवत ने कहा कि संत रोहिदास तुलसीदास, कबीर, सूरदास से प्रोजेक्ट थे। इसलिए संत शिरोमणि थे। शास्त्रार्थ में वो ब्राह्मणों से चाहे नहीं जीत सके। लेकिन वे लोगों के मन को ग्रन्थ और विश्वास देते हैं कि भगवान है। देश में हिन्दू समाज के नष्ट होने का भय दिख रहा है। ये बात आपको कोई पंडित नहीं बता सकता है कि आप खुद चुनेंगे।

ये भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट को आज मिलेंगे 5 नए जज, बड़े 32 होंगे जजों के सांख्या

ये भी पढ़ें : हिमाचल प्रदेश में हिमस्खलन से बीआरओ के दो लैंडिंग की मौत, एक लापता

दिन का विशेष रुप से प्रदर्शित वीडियो

सुप्रीम कोर्ट के पांच नए जजों को CJI चंद्रचूड़ ने शपथ ली