दिल्ली देहात से….

हरीश चौधरी के साथ….

रिलायेंस ने ‘इंडिया एनर्जी वीक’ में पार्टनरशिप वाले ट्रक का प्रदर्शन किया -दिल्ली देहात से


मुकेश अंबानी की साझेदार रिलायेंस इंडस्ट्रीज ने सोमवार को बैंगलोर में ‘इंडिया एनर्जी वीक’ में अभियान से चलने वाले एक ट्रक का प्रदर्शन किया। इसे सबसे साफ ईंधन माना जाता है और यह सिर्फ पानी और ऑक्सीजन का मामला है। अशोक लीलैंड द्वारा इस ट्रक के मुख्य स्थल के बगल में एक हॉल में दो बड़े सिलिंडर वाले विनिर्मित किए गए हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन दिन के कार्यक्रम का उद्घाटन किया था।

ट्रक के पास एक स्क्रीन के जरिए बताया गया कि यह सड़क पर देश का पहला एच2आईसीई टेक्नोलॉजी वाला ट्रक है। ट्रक में यदि पारंपरिक डीजल ईंधन या पृष्ठ तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के क्षेत्र में जमा होता है, तो इससे संबंधित लगभग शून्य हो जाता है।

इसमें कहा गया है कि एच2आईसीई वाहन का प्रदर्शन डीजल मिक्सी के समान है। एच2 निष्कर्ष का सूत्र है और इंजन के लिए आंतरिक प्रतिक्रिया है। भारत क्लिप के उपयोग पर तेजी से जोर दे रहा है। इसका उत्पादन बिजली का कर पानी को विभाजित करके उपयोग किया जाता है।

स्टील प्लांट्स से लेकर रिकॉर्ड्स यूनिट्स तक का उपयोग किया जा सकता है। यहां यह हाइड्रोकार्बन का स्थान ले सकता है। चालान का उपयोग वाहन ईंधन के रूप में भी किया जा सकता है, लेकिन अभी इसकी निर्माण लागत काफी कम है। हालांकि, इसके बावजूद कंपनियां कंपनियां संपर्क में निवेश कर रही हैं।

पिछले महीने गौतम अडानी के समूह ने ट्रंक की योजना की घोषणा की थी। अदानी समूह ने पहली घोषणा की थी कि वह अगले 10 वर्षों में हरित संदेश और नेटवर्क पारिस्थितिक तंत्र में 50 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहा है।

वहीं रिलायेंस ग्रुप शेयरीय बिजली उत्पादन के अलावा समूचे ब्रोकरेज पारिस्थति का तंत्र में निवेश कर रहा है। कंपनी को कॉर्बन-मुक्त करने की योजना के तहत रिलाएंस गुजरात में कई हरित ऊर्जा परियोजनाओं में छह लाख करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।