शस्त्र अधिनियम के तहत देरी का सार्वजनिक प्रदर्शन (तलवार से कब्जा) प्रतिबंधित है।
नई दिल्ली:
साध्वी यौन शोषण और हत्या के मामले में जेल में सजा काट रहे डेरा प्रमुख राम रहीम 40 दिन की पैरोल पर आए हैं। हरियाणा की सुनेरिया जेल से शनिवार को वो बागपत के बरनावा अजरा में पहुंच गए थे। अब राम रहीम द्वारा तलवार से चिपके हुए सेलिब्रेशन करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जमानत अर्जी में राम रहीम ने कहा था कि वह 25 जनवरी को पूर्व डेरा प्रमुख शाह सतनाम सिंह की जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम में शामिल होना चाहता है।
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सोशल मीडिया पर सामने आया कथित वीडियो में डेरा प्रमुख को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “पांच साल बाद ऐसा जश्न मनाने का मौका मिला है तो मुझे कम से कम पांच केके काटने चाहिए। यह पहला केक है।”
शस्त्र अधिनियम के तहत देरी का सार्वजनिक प्रदर्शन (तलवार से कब्जा) प्रतिबंधित है।
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आरोपित बलात्कार व हत्या के मामले में गुरमीत राम रहीम सुनारिया जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। हाफ लॉट से अधिक काफिले के साथ सुरक्षा दाता गुरमीत राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल से लेकर हरियाणा व उत्तर प्रदेश की बागपत पुलिस बरनावा की दुर्गम स्थिति थी।
राम रहीम के आश्रम में प्रवेश करते ही मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया था। बताया गया है कि साधु सन्नाटे के अंदर प्रवेश करने पर झटकों को रोकता है। क्षेत्राधिकारी बागपत डीके शर्मा ने बताया कि पैरोल के बारे में बातें करते रहने से अजर में भीड़ नहीं जुटेगी। यदि संदिग्ध का उल्लंघन हुआ तो करवाई भी की जाएगी।
थाना प्रभार बिनौली सलीम अहमद ने पीटीआई-भाषा को बताया कि गुरमीत राम रहीम के साथ हनी व परिवार के सदस्य भी आए हैं। वहीं बागपत जनपद में आगमन पर राम रहीम को सुरक्षा दी गई है। डेरे के मुख्य द्वार पर पुलिस बल का संचालन किया गया। अब अजरा के गेट पर पुलिस का कड़ा पहरा है।
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