सांकेतिक तस्वीर।
नई दिल्ली :
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा को बताया कि ‘आदर्श स्टेशन’ योजना के तहत वर्कर गए 1,253 रेलवे यात्रियों को वित्तीय वर्ष 2023-24 में अपडेट किया जाएगा। मंत्री ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, “1253 रेलवे यात्रियों को आदर्श स्टेशन योजना के लिए सदस्यता के लिए नामांकित किया गया है, इनमें से 1218 बच्चों को अब तक नवीनीकृत किया गया है और वित्तीय वर्ष 2023-24 में ब्याज को बढ़ाया गया है पूरा करने का लक्ष्य है।”
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मंत्री ने आगे बताया कि राजस्थान के सभी 40 बच्चे, हरियाणा के 16 बच्चे, मध्य प्रदेश रेल के 45 बच्चे और गुजरात के 32 किशोरों को आदर्श स्टेशन योजना के लिए दायित्व के लिए बाध्य किया गया है।
राजस्थान, हरियाणा और गुजरात के लिए सभी स्कूली बच्चों को आदर्श स्टेशन योजना के तहत विकसित किया गया है। वैष्णव ने कहा, “मध्य प्रदेश में 42 बच्चों को विकसित किया गया है और बाकी तीन बच्चों में से हाऊबाग नाम के एक स्टेशन को बंद कर दिया गया है। शेष दो वित्तीय वर्ष 2023-24 में पूरा करने का लक्ष्य है।”
आदर्श स्टेशन योजना के तहत रेलवे के यात्रियों का चयन जनप्रतिनिधियों से प्राप्त किया जाता है। आदर्श स्टेशन योजना के तहत प्रतिकूलता का मामला 2009-10 में शुरू किया गया था।
वैष्णव ने उच्च सदन को बताया कि, “यात्री सुविधा के सुधार, समझौता, आधुनिकीकरण के लिए विभिन्न कार्य अन्य चीजों के साथ-साथ स्टेशन भवन के अग्रभाग में सुधार, विश्राम कक्ष, प्रतीक्षालय, महिलाओं के लिए अलग प्रतीक्षालय, सर्कुलेटिंग एरिया का भूनिर्माण” , पासपोर्ट पार्किंग, साइनेज, भुगतान शामिल हैं।
हालांकि, मंत्री ने कहा कि रेलवे यात्री यात्री सुविधाओं में वृद्धि और दुर्घटना, राशि की रूपरेखा, यात्री यातायात की मात्रा और कार्यों की परस्पर प्राथमिकता की एक सतत प्रक्रिया है।