नई दिल्ली:
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (शक्तिकांत दास) ने कहा है कि हमारा बाहरी ऋण प्रबंधन उचित है और उपयोगकर्ता की नज़र से कोई समस्या नहीं है। स्वतंत्र गवर्नर ने डॉलर की कीमत बढ़ने के कारण ऊपरी बाहरी ऋण जोखिम वाले देशों की मदद करने के लिए जी20 के समन्वित प्रयासों का आह्वान किया।
यह भी पढ़ें
इस दौरान उन्होंने कहा कि जी20 देशों का विनाश परिवर्तन से सबसे अधिक प्रभावित देशों को युद्ध के स्तर पर जीवित रहना चाहिए।
माइक्रो गवर्नर शक्तिकांत दास का मामना है कि अत्यधिक सागर या ऋण वृद्धि बैंक सिस्टम (बैंकिंग प्रणाली) के लिए अच्छी बात नहीं है। इसके साथ ही आरबीआई गवर्नर का कहना है कि मौजूदा अमेरिकी बैंकिंग संकट (यूएस बैंकिंग क्राइसिस) स्पष्ट रूप से दिखाता है कि निजी क्रिप्टोकरंसी वित्तीय प्रणाली के लिए किस तरह का जोखिम उठाता है।
गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि मेरा वित्तीय क्षेत्र स्थिर है। उन्होंने कहा कि गारंटी का बुरा दौर पीछे छूट चूका है।