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एक दिन में डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया 24 रुपये क्यों गिरा? पढ़ें, इसका क्या कारण है NDTV हिंदी NDTV India – डॉलर के जाम एक दिन में 24 रुपये क्यों गिरा पाकिस्तान चिह्न? पढ़ें, आखिर क्या है इसकी वजह -दिल्ली देहात से

नई दिल्ली:

पाकिस्तान में आर्थिक संकट का दिन गहराता जा रहा है। लोकतांत्रिक आर्थिक संकट की वजह से अब पाकिस्तान के रुपये में भी डॉलर के रिकॉर्ड में गिरावट दर्ज की गई है। गुरुवार को एक डॉलर का प्रमाण पाकिस्तान 255 पर रुका है। जो इसका सबसे निचला स्तर है। पाकिस्तान रुपये में ये गिरावट सरकार द्वारा एक्सचेंज दर पर अपना कब्जा करने के बाद आई है।

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गिरावट के पीछे कि वजह ये है कि पाकिस्तान ने IMF की शर्त मान कर अपने बक्सों को खुले बाजार की कीमत के होश से खोल दिया है। इससे पहले पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद इश्क डार ने एक डॉलर की क़ीमत को करीब 231 रुपये पर कृत्रिम तरीके से रोका था ताकि अधिक किरकिरी न हो। लेकिन ये सरकारी आशय में डॉलर आने में एक बड़ा रोड़ा बना था।

इससे यह नुकसान हो रहा था कि डॉलर परिवर्तन के लिए सरकारी बैंकों में न आने वाले बाजारों में जा रहा था जहां इसकी अधिकतम कीमत मिल रही थी। पाकिस्तान के सरकारी रूप में डॉलर कम होने की ये भी एक बड़ी वजह है। जानकारियों के मुताबिक पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा विक्रेता 4.34 अरब डॉलर का ही रह गया है, जो लगभग खाली होने जैसा है।

आईएमएफ ने मदद की अगली पहली घटना जारी करने से पहले पाकिस्तान के पास मुख्यतौर पर तीन दांव लगाए हैं। उसमें डॉलर के मुक़ाबले पाकिस्तान रुपये की क़ीमत को बाज़ार भाव के अनुकूल करना था।

दूसरी शर्त गैस, बिजली और डीजल पर दी जा रही सब्सिडी को खत्म करना है। इससे सबक की क़ीमती ब्यताहाशा कहा और जनता सरकार के प्रति नाराज़गी जताई। लेकिन पाकिस्तान की सरकार को ये कड़ापीनी स्पष्टीकरण नहीं तो IMF की शर्त पूरी नहीं होगी।

तीसरी शर्त है कि घाटे को पूरा करने के लिए पाकिस्तान सरकार के नए टैक्स मानदंड। पाकिस्तान के आर्थिक मामलों की जानकारी आबिद सुलेरी का कहना है कि राजनीतिक तौर पर ये फ़ैसला शाहबाज़ शरीफ़ सरकार के लिए अलोकप्रिय साबित होगा लेकिन ऐसा फ़ैसला लेने के अलावा उनके पास और कोई करित नहीं है। उम्मीद की जा रही है कि पाकिस्तान में जल्द ही एक मिनियन बजट लाया जाएगा।

इन फ़ैसलों के बाद पाकिस्तान को उम्मीद है कि यह जल्द ही लेटर ऑफ़ कमेंफ़ जारी कर देगा। ये न जुड़े हुए हैं 1.66 अरब के अगले किस्त तो ही होंगे, लेटर आफ कंफर्ट दावा पाकिस्तान के लिए इसलिए भी जरूरी है कि चीन और सऊदी अरब समेत उन सभी देशों से पाकिस्तान ने कर्ज लिया है। इस लेटर के आधार पर चीन सहित सभी देनदारी वाले देश अपने कर्ज को रिफ्रेश करेंगे।

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