दिल्ली देहात से….

हरीश चौधरी के साथ….

Kohinoor लाडोसराय और नेबसराय गाँव के

Kohinoor लाडोसराय और नेबसराय गाँव के

( एपिसोड-4दिल्ली देहात से.- हरीश चौधरी के साथ )

Kohinoor लाडोसराय और नेबसराय गाँव के/एपिसोड-4/दिल्ली देहात से… हरीश चौधरी के साथ लाडोसराय गाँव ने अनेक प्रतिभाशाली और कर्मठ संतानों को पैदा किया है। इसमें वरिष्ठ व युवा हर व्यक्ति ने एक प्रगतिशील समाज बनाने में बढ़ चढ़कर अपना योगदान दिया है। इन्हीं में से एक हैं, श्री संदीप सेजवाल। संदीप सेजवाल ने तैराकी में प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए सन 2014 के एसियाई खेलों में कांस्य पदक जीतकर अपने गाँव के साथ साथ पूरे देश को गौरवान्वित किया। इसी गाँव के रहनेवाले डॉ. निखिल रजौरिया ने साल 2017 में जयपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद में नस्या द्वारा आयोजित “सबसे ज्यादा लोगों को एक साथ नस्य पंचकर्म ट्रीटमेंट” देने का विश्व रिकॉर्ड अपने साथियों के साथ बनाया जो गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। और इसके बाद साल 2018 में जनकपुरी के दिल्ली हाट में आयोजित “लार्जेस्ट क्लास ऑफ चरक संहिता” में भाग लेकर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया जो इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है।इन्हीं दो अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड पर दिल्ली के मुख्यमंत्री जी ने भी इन्हें सम्मानित किया। लाडोसराय गाँव के, एक युवा नेता व समाज सेवी हैं श्री तरुण तँवर। तरुण तँवर ने, सन 2018 -2020 तक अनुसूचित जाति व जनजनजाति बोर्ड के सदस्य के रूप में अपनी ज़िम्मेदारियों का निष्ठापूर्वक निर्वहन किया और अपने समाज के उत्थान के प्रति आज भी सजग रूप से कार्यरत हैं। यहाँ की महिलाएँ और पुरुष समान रूप से कंधे से कंधा मिलाकर अपने समाज के उत्थान के प्रति जागरूक हैं। जहाँ एक ओर श्रीमति अनीता चौधरी ने सन 2012-2017 तक काउंसलर का पद संभाला और अपनी निष्ठा से अपने समाज की बहनों को भी आगे आने की प्रेरणा दी। तो वहीं श्री योगेंद्र सेजवाल ने सन 2007-2012 तक काउंसलर के रूप में सामाजिक ज़िम्मेदारियाँ उठाईं और आज भी समाज कल्याण में कार्यरत हैं। इसी गाँव से श्री नरेंद्र सेजवाल एक समाज सेवक हैं। जो सन 2013 के विधानसभा चुनाव में महरौली विधानसभा क्षेत्र से विधायक प्रत्यासी थे। वे आज भी समाज सेवा में निरंतर संलग्न हैं। लाडोसराय गाँव के अविष्मर्णीय सपूत देवंगत चौधरी प्रेम सिंह, जिन्होंने अपना जीवन समाज सेवा को ही समर्पित कर दिया। उन्होंने सन 1958 में पहली बार राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और अपने पहले चुनाव को जीतने के बाद मुड़ के नहीं देखा। अपने जीवन काल में वे 12 बार लोकतांत्रिक प्रक्रिया से एक ही पार्टी व एक ही विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने जाते रहे। यह अपने आप में ही एक कीर्तिमान है। दक्षिणी दिल्ली का ही एक जाना माना गाँव है नेबसराय। नेबसराय गाँव की बेटी सुश्री पिंकी बल्हारा एक कुराश पहवान व जूडोका हैं। पिंकी ने सन 2018 के जकार्ता में हुए एसियाई खेलों में रजत पदक हासिल कर देश और अपने गाँव का नाम रौशन किया है। तो ये थे लाडोसराय व नेबसराय गाँव के मिट्टी के लाल जिन्होंने अपनी कर्तव्यपरायणता व निष्ठा से अपने समाज और देश के नाम को ऊँचा किया है। ये सिलसिला यूँ ही जारी रहेगा, जुड़े रहिए हमारे साथ।

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