उन्होंने कहा, “चयन पर सवाल उठाए गए हैं। आजादी के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर जंप सेवा की परीक्षा में अंतिम उम्मीदवार का साक्षात्कार लिया गया तो उसके तीन घंटे के भीतर परिणाम घोषित कर दिया गया।”
सिन्हा ने कहा, “अगर कोई आरोप लगाता है कि एक फर्जी भर्ती की गई है, तो मैं अगले ही मिनट जम्मू-कश्मीर छोड़ दूंगा।”
सिन्हा ने यहां ट्यूलिप गार्डन के उद्घाटन के मौके पर एक सभा को संदेश देते हुए कहा कि जहां भी दलाली मिली हैं, देश की प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई से जांच के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा, “कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मैं लोगों को दर्ज करना चाहता हूं कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, भले ही वह शक्तिशाली हो। देश के कानून और संविधान के अनुसार उन्हें सजा दी जाएगी।”
कई सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया और राजनेताओं द्वारा आलोचना का उल्लेख करते हुए सिन्हा ने कहा कि आतंकवाद और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के कारण 47 लोगों को बर्खास्त किया गया।
उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने पिछले दरवाजे से 1.5 लाख लोगों की भर्ती की, उन्हें सवाल करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें आत्मनिरीक्षण करने दें।” उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन किसी के दबाव में कोई गलत फैसला नहीं लेगा।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग, जो भ्रष्टाचार में लगे हैं, बड़ी संपत्ति की झलक की है, केंद्र का अधिकार प्रदेश में संपत्ति लगा रहे हैं, इसका विरोध कर रहे हैं।
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एंडीटीवी टीम ने विरोध नहीं किया है, यह सिंडीकेट से सीधे प्रकाशित किया गया है।)