विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने कहा, “आपके तुर्की के अदाना में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। 10 भारतीय प्रभावित स्थलों के हिस्से में बंधे हुए हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं। एक भारतीय नागरिक जो व्यावसायिक यात्रा पर है। था, भूकंप के बाद से ही लापता है। हम उसके परिवार और कंपनी के संपर्क में हैं।”
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया कि भारत ‘ऑपरेशन दोस्त’ (#OperationDost) के तहत सीरिया को जरूरी चीजें, मेडिकल सप्लाई और डिवाइस भेज रहा है। वहीं, तुर्की में रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन के लिए टीम भेज रहा है। तुर्की और हिंदी भाषा में ‘दोस्त’ शब्द का इस्तेमाल होता है, इसलिए इस ऑपरेशन का नाम दोस्त रखा गया है। भारत के अलावा अन्य देशों से भी तुर्की और सीरिया को मदद मिल रही है।
7.8 तीव्रता के भूकंप के दो दिन बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी होता है। तुर्की के कई शहरों में तापमान 9 से माइनस 2 डिग्री तक पहुँच गया है। ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसी स्थिति में लोगों को हाइपोथर्मिया होने का खतरा है। समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि तुर्की रेड क्रिसेंट के प्रमुख केरेम किनिक ने चेतावनी दी थी कि सर्च और रेस्क्यू टीम के प्रयासों में पहले 72 घंटे महत्वपूर्ण थे, लेकिन “गंभीर मौसम की स्थिति” की जटिलताओं के कारण इसमें परेशानी आई। ऐसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
बता दें कि अब तक तुर्की में 8 हजार लोगों को बचा लिया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 60 हजार से अधिक कर्मियों पर रोक लगाई जाती है। यहां करीब 3 लाख 80 हजार लोगों ने सरकारी शेल्टर और लगातार शरण ली है। तुर्की के हाटे प्रांत में एक टकराई हुई इमारत के नीचे गिरने से कुछ बच्चों के आपातकालीन कर्मचारियों को आज बचा लिया गया।
बता दें कि पिछले साल तुर्की ने अपना नाम जानने का फैसला किया। पिछले साल जून में संयुक्त राष्ट्र के नाम परिवर्तन पर अधिकृत मुहर लगाने के बाद इस देश को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसी नाम से पुकारे जाने का रास्ता खुल गया। देश के नए नाम पर विदेश मंत्री मेयलुत कावुसोगलू ने कहा- ‘इस परिवर्तन से हमारे देश का ब्रांड तेजी से बढ़ रहा है।’ तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन ने कहा था कि नए नाम से तुर्किये राष्ट्र की संस्कृति, सभ्यता और उसूलों की बेहतर पद्धति से अभिव्यक्ति होगी।
ये भी पढ़ें:-
बचाव के लिए समय के खिलाफ संघर्ष तुर्की-सीरिया में भूकंप से मरने वालों की संख्या 11 हजार से अधिक हुई
हर पिता खुशनसीब नहीं होता! इमारत के मलबे में दब कर जान जा रही बेटी का हाथ पकड़ा पापा
तुर्की-सीरिया भूकंप: मालवे में दबी प्रेग्नेंसी ने दिया बच्चे को जन्म, 3 घंटे बाद निकाला बाहर, मां की मौत, देखें वीडियो
दिन का विशेष रुप से प्रदर्शित वीडियो
पीएम ने कहा- “जो काम जनता न कर शक, वो ईडी ने दिखाया है…’