देश की उद्योगीकरण 3,300 अरब डॉलर की हो गई है।
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारतीय उद्योग जगत की 7.2 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर वैश्विक वैश्विक स्तर के बीच इसकी चर्चा है।
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उन्होंने ट्वीट किया, “समग्र आशावाद और आकर्षण वृहद- आर्थिक संभावनाओं के साथ यह मजबूत प्रदर्शन, हमारी कंपनियों के प्रत्यक्ष पथ और हमारे लोगों के लिए कई उदाहरण हैं।”
2022-23 की जीडीपी वृद्धि के आंकड़े वैश्विक चुनौतियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन को रेखांकित करते हैं। समग्र आशावाद और सम्मोहक मैक्रो-इकोनॉमिक संकेतकों के साथ यह मजबूत प्रदर्शन, हमारी अर्थव्यवस्था के आशाजनक पथ और हमारे लोगों की दृढ़ता का उदाहरण है।
— नरेंद्र मोदी (@narendramodi) मई 31, 2023
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कृषि, निर्माण, खनन और क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से देश के आर्थिक विकास दर वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में 6.1 प्रतिशत रही। इसके साथ ही पूरे वित्त वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पादों में गिरावट दर 7.2 प्रतिशत पर पहुंच गई।
इस वृद्धि के साथ देश की अर्थव्यवस्था 3,300 अरब डॉलर की हो गई है और उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ वर्षों में 5,000 अरब डॉलर के लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एंडीटीवी टीम ने विरोध नहीं किया है, यह सिंडीकेट से सीधे प्रकाशित किया गया है।)