खास बातें
- सरकार ने खाली समय देने का नोटिस दिया था
- ज्वालामुखि ने ग्रथियर को जवाब दिया
- पक्की समय पर हवेली
नई दिल्ली:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की संसद की सदस्यता सोमवार को रद्द होने के बाद उन्हें अपना बंगला भी मिल गया। केंद्र सरकार की तरफ से मिली शिकायतों में राहुल गांधी को तुगलक लेन पर सांसद कोटे से मिले आवास को खाली करने के लिए कहा गया है। राहुल गांधी ने सेंटर सरकार की तरफ से इस नोटिस के जवाब में मंगलवार को कहा कि वो बंगला खाली करने को तैयार हैं। उन्होंने इसे लेकर सात सौ क्रेट्री को एक पत्र भी लिखा। इस पत्र में उन्होंने कहा कि मैं लगातार चार बार से जनता के द्वारा चुना गया सांसद रहा हूं। इस बंगले से मेरी कई यादें जुड़ी हुई हैं। लेकिन चुक्की सरकार का फैसला है तो मैं उसे मान दूंगा और इस बंगले को दी गई समय सीमा के अंदर ही खाली कर दूंगा।
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अटैचमेंट है कि मोदी सरनेम को लेकर मानहानि केस में राहुल गांधी की पिछली सदस्यता जाने के बाद अब उन्हें दिल्ली सरकार का बंगला खाली करना होगा. इसके लिए सोमवार हाउसिंग कमेटी ने सोमवार को राहुल गांधी को सरकारी आवास खाली करने का नोटिस जारी किया था। कमेटी ने 22 अप्रैल से 12 तुगलक रोड का सरकारी आवास खाली करने का आदेश दिया है। गैर-घोषित सांसद रहे रहे हैं।
गुजरात की अदालत ने आपराधिक मानहानि मामले में 23 मार्च को राहुल गांधी को दोषी पाया था। कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा सुनाई। उन पर 15 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया था। हालांकि, अदालत ने राहुल गांधी की सजा को 30 दिनों के लिए निलंबित कर दिया है, ताकि वो उच्च न्यायालयों में अपील कर सके। पिछले शुक्रवार को कई सदस्यों ने अपनी संसद सदस्यता रद्द कर दी थी।
आज की वेबसाइट से राहुल गांधी का नाम हटा लिया गया है
रात्रि की वेबसाइट से भी राहुल का नाम हटा दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, 15 बल्लेबाजों ने राहुल गांधी की सीट वायनाड को खाली घोषित कर दिया है। इलेक्शन कमीशन अब इस सीट पर इलेक्शन का ऐलान कर सकता है।