दिल्ली देहात से….

हरीश चौधरी के साथ….

यह कुछ नहीं, बल्कि एक परिवार का सदस्य है…: मुकुल रोहतगी के खिलाफ ललित मोदी की अपमानजनक टिप्पणी पर सुप्रीम कोर्ट, एनडीटीवी हिंदी, एनडीटीवी इंडिया – यह कुछ और नहीं, बल्कि परिवार के किसी सदस्य…: मुकुल रोहतगी के खिलाफ ललित मोदी की’ अपमानजनक’ टिप्पणी पर सर्वोच्च न्यायालय -दिल्ली देहात से

मुकुल रोहतगी के खिलाफ मोदी की ‘अपमानजनक’ टिप्पणी पर सुप्रीम कोर्ट ने किसी भी आदेश को पारित करने से इनकार कर दिया।

नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को उस याचिका पर किसी भी आदेश को पारित करने से इंकार कर दिया, जिसका आरोप लगाया गया था कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व प्रमुख ललित मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में पूर्व अटॉर्नी जनरल वरिष्ठ वकील एवं अधिवक्ता मुकुल रोहतगी के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणी की थी। घनिष्ठ संजीव सम्बन्ध और एम एम सुंदरदेश की शिक्षाओं ने कहा कि दोनों पक्ष इतने बड़े हैं कि इस तरह की प्रतिबद्धता नहीं करनी चाहिए। उन्होंने दोनों को हर किसी से संबंधित करने का निर्देश दिया।

यह भी पढ़ें

“हम आदेश पास नहीं कर रहे हैं”

पीठासीन ने कहा, “यह कुछ और नहीं, बल्कि परिवार के किसी सदस्य द्वारा गुस्सा का इजहार करने जैसा है। इसे लंबा खींचिए। जब भी आप सार्वजनिक रूप से शिकायत करना शुरू करते हैं, तो यह हमेशा खतरा होता है… हम आदेश पास नहीं कर रहे हैं, लेकिन आप अपने कार्यालय का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए यह सुनिश्चित करने के लिए कि उपचारात्मक उपाय किए जाएं।

संपत्ति विवाद

सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल एक अगस्त को लंबित प्रमुख ललित मोदी और उनकी मां बीना मोदी से जुड़े एक परिवार संपत्ति विवाद को मुआवजे के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज आरवी रवींद्रन को नामांकन के रूप में नियुक्त किया था। वरिष्ठ वकील रोहतगी संपत्ति विवाद में बीना मोदी का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग में से एक हैं।

कोर्ट के झंझट का उल्लंघन :कपिल सिब्बल

सुनवाई की शुरुआत में बुजुर्ग कपिल वकील ने दलील की अजीब दलील दी कि एक शपथ पत्र दिया था, जिसमें कहा गया था कि जब तक मध्य की कवायद चल रही है, तब तक कोई पोस्ट साझा नहीं किया जाएगा। सिब्बल ने कहा, “मध्यस्थता के दौरान निवेश की जा रही हैं। उन्हें वापस ले लिया जाना चाहिए। यह कोर्ट का ज़माना उल्लंघन है।”

क्रैश का उल्लंघन नहीं किया : हरीश साल्वे

वहीं, फाइन मोदी की पैरवी कर रहे वकील के वरिष्ठ हरीश साल्वे ने कहा कि अदालत के चार्ट का उल्लंघन नहीं हुआ है और हजमैन ने लिखा है। शीर्ष अदालत का मानना ​​है कि दोनों तरफ मध्य की प्रक्रिया चल रही है। फाइन मोदी ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में रोहतगी के बारे में कुछ टिप्पणी की थी। हालांकि, बाद में एक अन्य पोस्ट के माध्यम से उन्होंने कथित तौर पर जोक मांग ली थी।

यह भी पढ़ें-
महाकाल के लोगों के बीच प्रभाव का वीडियो वायरल, लोग बताते हैं-“इमेज खराब करने वाला”
नेपाल विमान हादसा : सिंगापुर में ब्लैक बॉक्स की जांच होगी, हादसे में 72 लोगों की मौत हुई थी
हैदराबाद विश्वविद्यालय : एसएफआइ ने विवादित बीबीसी दस्तावेज़ीकरण किया तो एबीवीपी ‘द कश्मीर फाइल्स’ में दिखाई दिया

दिन का विशेष रुप से प्रदर्शित वीडियो

परीक्षा पर चर्चा 2023: पीएम मोदी ने छात्रों को नकल और चीटिंग से बचने का उपाय बताया