इस बीच बलिया से मिली जानकारी के अनुसार, जिला प्रशासन ने इलेक्ट्रिक सेंटर फिर से शुरू होने के बावजूद दो पर्यवेक्षकों के खिलाफ शनिवार को प्राथमिक प्रविष्टि की है।
वहीं, बिजली कर्मियों की प्रदेशव्यापी हड़ताल दूसरे दिन भी जारी हो रही है और आंदोलनरत नेताओं ने एक बयान जारी कर चेतावनी दी है कि अगर बिजली विभाग के कर्मियों की बर्खास्तगी या गिरफ्तारी की चेतावनी दी गई है तो 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल हड़ताल पर हड़ताल में बदलाव और सामूहिक जेल भरो एंडोलन घोषणा होगी।
बिजली मंत्री शर्मा ने एक दिन में कहा था कि लोगों ने आउट टेकिंग ओब्जेक्ट से कहा है कि बर्खास्त किए गए कर्मियों के स्थान पर कल से नए की नियुक्ति की जाए। उन्होंने कहा कि ‘विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति’ के 22 नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और उनके खिलाफ एस्मा के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ को मैसेज किया जा रहा है।
बिजली प्राधिकरण में कार्यकारी निदेशक के चयन और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारी बृहस्पतिवार रात 10:00 से तीन दिन की हड़ताल पर हैं।
शर्मा ने आज दिन में पापाचार से बातचीत में कहा था, ”आज विभाग के 22 कर्मियों पर आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम (एसएमए) के तहत प्राथमिकी की कार्रवाई का निर्णय लिया गया है। इनमें से कुछ लोगों को सस्पेंड भी किया गया है। इसके अलावा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले और सरकारी काम में बाधा डालने वाले लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। अभी तक ऐसे 29 लोगों की प्राथमिकी दर्ज हुई है।”
उन्होंने बताया, ”पिछले 24 घंटों में 1,332 कर्मियों की सेवाएं ली जा चुकी हैं। मैं संविदा पर काम करने वाले सभी कर्मियों से निवेदन करता हूं कि चार घंटे के अंदर, शाम छह बजे तक, अपनी ड्यूटी पर हाजिर हो जाऊं, ऐसा नहीं होने पर उन्हें आज रात ही बर्खास्त कर दिया जाएगा।”
उन्होंने बताया था कि प्राधिकरण से बर्खास्त कर्मियों के स्थान पर कल से आईटीआई, पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले वर्कर से परीक्षा पास कर चुके बच्चों की सूची लेकर पहले उनकी अप्रेंटिस के रूप में भर्ती करने की बात कही है।
वहीं, विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आयुक्तेंद्र दुबे से यह सवाल करने पर कि विभाग में भंग करने वाले लोग काम कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि प्रदेश में ऐसे कर्मियों की संख्या करीब 70 हजार है।
दुबे ने दावा किया था, ”ओबरा ताप बिजली घर ठप हो गया है। 200-200 मेगावॉट क्षमता की ओबरा तापीय घरों की पांचों यूनिट बंद हो गई हैं। वहां का उत्पाद शून्य है।”
उन्होंने दावा किया कि बिजली कर्मियों की हड़ताल से राज्य के कुछ हिस्सों में बिजली की आपूर्ति पर व्यापक प्रभाव पड़ा है।
विद्युत मंत्री ने शाम को कहा था कि बिजली विभाग के सक्रिय कर्मियों से बातचीत करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। बातचीत के द्वार खुले हैं।
बिजली कर्मियों की संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के आह्वान पर चल रही बिजली कर्मियों की प्रदेशव्यापी हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रही।
बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेताओं की ओर से शनिवार को जारी एक बयान में यह चेतावनी दी गई है कि यदि कार्यप्रणाली से आंदोलनरत बिजली कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है या बिजली कर्मियों को बर्खास्त किया गया है तो बिजली निगमों के सभी बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर , अभियंता और निविदा/संविदा कार्यकर्ता कार्यकर्ता शाम हड़ताल पर चले जाएँगे और पूरे प्रदेश में सामूहिक जेल भरो आंदोलन करेंगे।
संघर्ष समिति के अधिकारियों ने कहा कि संघर्ष समिति के ऊर्जा मंत्री हमेशा बातचीत के लिए तैयार रहते हैं। संघर्ष समिति ने कहा कि निविदा/संविदा कर्मचारियों की बर्खास्तगी के आदेश और बड़े पैमाने पर बिजली कर्मियों के खिलाफ प्राथमिक दर्ज करने और संघर्ष समिति के अधिकारियों की गिरफ्तारी के आदेश के कारण टकराव बढ़ गया है और बढ़ गया है।
उन्होंने आस-पास में कहा, ”बिजलीकर्मी शांतिपूर्वक 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल कर रहे हैं कार्रवाई दमनात्मक हड़ताल से यह हड़ताल हड़ताल में तथा जेल भरो आंदोलन में परिवर्तन हो सकता है।”
वहीं, बलिया से मिली जानकारी के अनुसार, जिला प्रशासन ने इलेक्ट्रिक सेंटर फिर से होने के बावजूद, किसी भी मिलने पर दो पर्यवेक्षकों के खिलाफ आज नामजद मुकदमा दायर किया है।
सरकार द्वारा शनिवार को बयानों के अनुसार, जिलाधिकारी रवींद्र कुमार व पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर ने जिला मुख्यालय के सिविल लाइन पावर हाउस, आवासीय कॉलोनी में ट्रांसफॉर्मर, 33/11 केवी इलेक्ट्रिक उपकेंद्र विशुनीपुर, 33/11 केवी हनुमानगंज एवं सुखपुरा का दृश्य किया।
उन्होंने विष्णुपुर पावर हाउस पर पर्यवेक्षक सुजीत कुमार व संजय कुमार के आस-पास मिलने पर उनका नाम प्राथमिकी दर्ज किया है।
जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने सभी पावर हाउस के आस-पास पुलिस बल को फिर से खोलने का निर्देश दिया और कहा कि पावर हाउस के आस-पास कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देता है, तो उसकी प्राथमिकी दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एंडीटीवी टीम ने विरोध नहीं किया है, यह सिंडीकेट से सीधे प्रकाशित किया गया है।)