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नई दिल्ली :
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर के आंकड़े स्पष्ट रूप से उद्धरण भारतीय अर्थव्यवस्था मार्च, 2023 तिमाही के बाद से गति से बढ़ रही है। उद्योग मंडलों के अनुसार मैन्युफैक्चरिंग और कृषि जैसे क्षेत्र आर्थिक गतिविधियों की गति दे रहे हैं।
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आर्थिक विकास दर मार्च तिमाही में 6.1 प्रतिशत जबकि पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में 7.2 प्रतिशत रही। इस वृद्धि के बाद देश की इंडस्ट्री 3.3 लाख करोड़ डॉलर की हो गई है और इसने अगले पांच साल में पांच लाख करोड़ डॉलर के लक्ष्य का मंच तैयार कर दिया है।
वित्त वर्ष 2021-22 में आर्थिक विकास दर 9.1 प्रतिशत रही है।
उद्योग मंडल एसोचैम के मुखिया दीपक सूद ने कहा, “वित्त वर्ष 2022-23 के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े पर नजर डालें तो स्पष्ट संकेत दिखता है कि मार्च तिमाही से भारतीय उद्योग ने विनिर्माण, निर्माण और वित्तीय विशेषताओं जैसे तेजी से विकास से है।”
उन्होंने कहा कि अन्य लोगों सहित अन्य लोगों के साथ काम करते हुए, लोगों के नक्शे में नरभक्षी और वेग दर के उच्च स्तरों को देखते हुए उन्होंने कहा कि इसी गति से आगे बढ़ने की उम्मीद है।
उद्योग मंडल दलालों ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष साकेत डालमिया ने कहा कि सकल स्थिर पूंजी स्थिर अधिकार पर कब्जा के 34 प्रतिशत पर रहना उत्साहजनक है। यह रोजगार सृजन की संभावनाओं के साथ उद्योग में विशाल विस्तार का संकेत देता है।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एंडीटीवी टीम ने विरोध नहीं किया है, यह सिंडीकेट से सीधे प्रकाशित किया गया है।)
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