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भगत सिंह कोश्यारी के इस्तीफे की पेशकश के बाद नए राज्यपालों की नियुक्ति पर चर्चा तेज -दिल्ली देहात से

भगत सिंह कोश्यारी ने पीएम को पत्र लिखकर उन्हें सभी राजनीतिक अक्षरों से मुक्त करने का आग्रह किया है

नई दिल्ली :

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की गठजोड़ की पेशकश के बाद नए राज्यपालों की नियुक्ति को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई। कई राज्यपालों का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है और उनके साथ संबंध बनाए गए हैं। अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल बीडी मिश्रा और असम के राज्यपाल जगदीश शृंखला का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। बीडी मिश्रा के पास तो मेघालय का भी अतिरिक्त आरोप है, इसी तरह जगदीश धारा को नागालैंड का भी अतिरिक्त मिलावट है। इन दोनों ही पूर्व के राज्यों में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है। सिक्किम के राज्यपाल गंगाप्रसाद और ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल भी चार साल से अधिक समय से राज्यपाल हैं, हालांकि पूरे कार्यकाल में अभी पांच साल बाकी हैं। कोश्यारी की बात करें तो अभी उनके करीब पौने दो साल का कार्यकाल बाकी है।

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बता दें, कोश्यारी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने इस पत्र में पीएम से अनुरोध किया है कि वे उन्हें सभी राजनीतिक अंशों से मुक्त कर दें। कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के विरोधी दलों ने कोश्यारी पर कथित तौर पर बंटवारे का आरोप लगाया था। राजभवन द्वारा जारी एक आरोप में कहा गया है कि राज्यपाल कोश्यारी ने अपना शेष जीवन पाठ, लेख और अन्य कार्यों में इत्मीनान से देने की इच्छा जताई है। कुछ दिन पहले ही कोश्यारी ने यह भी कहा था कि राज्यपाल बनने के बाद वह नाखुश हैं और उन्हें लगता है कि वह सही जगह पर नहीं हैं। उन्‍होंने कहा कि मैं दुखी हूं, खुश नहीं हूं। उन्हें खुशी और सही जगह तभी महसूस होती है जब राजभवन में सन्यासी आते हैं। कोश्यारी ने ये बात जैन समुदाय के एक कार्यक्रम को संदेश देने के दौरान कही थी।

बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता राज्यपाल पद की दौड़ में हैं। पिछले साल मार्च में आठ नए राज्यपालों की नियुक्ति की गई थी, जबकि पश्चिम बंगाल में सीवी आनंद बोस को पिछले साल नवंबर में राज्यपाल नियुक्त किया गया था।

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