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मुशर्रफ को श्रद्धांजलि देने में सामने आए पाकिस्तानी सांसदों के बीच मतभेद, सीनेट में हुआ जमकर हंगामा -दिल्ली देहात से

फ्रेंकी:

पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ को श्रद्धांजलि देने को लेकर सोमवार को सीनेट में नेताओं के बीच प्रवासी सामने आए। मुशर्रफ की लंबी बीमारी के बाद रविवार को दुबई में निधन हो गया था। जनरल मुशर्रफ (79) का दुबई स्थित एक अस्पताल में रविवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। पाकिस्तान की संसद में परंपरा है कि देश के किसी जानेमाने नेता या व्यक्ति की मृत्यु होने पर संसद में ‘फातिहा’ पढ़ा जाता है। हालांकि, सोमवार को जब मुशर्रफ के लिए फातिहा रीडिंग की बात आई तो संसद के ऊपरी सदन सीनेट के सदस्यों ने एक-दूसरे पर संविधान का उल्लंघन करने वाले तानाशाही शासन का समर्थन करने का आरोप लगाया।

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सीनेट में सर्वोच्च नेता और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता सीनेटर शहनाद वसीम पार्टी ने फातिहा पढ़ने का प्रस्ताव रखा, जिसका उनकी पार्टी के अन्य सदस्यों ने समर्थन किया। हालांकि जब दक्षिणपंथी जमात-ए-इस्लामी के सीनेटर मुश्ताक अहमद तुर्किये भूकंप में मारे गए लोगों के लिए संयुक्त रूप से फातिहा रखते थे तो उन मुशर्रफ के लिए भी फातिहा पढ़ने को कहा, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह सिर्फ भूकंप में मारे गए लोगों के लिए फातिहा पढ़ेंगे।

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एंडीटीवी टीम ने विरोध नहीं किया है, यह सिंडीकेट से सीधे प्रकाशित किया गया है।)

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