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हरीश चौधरी के साथ….

सर्दी एलर्जी सर्दी और खांसी घरेलू उपचार, Ndtv हिंदी Ndtv भारत-जल्दी में हो गया है एलर्जी, खांसी-जुकाम नहीं हो बंद रहे तो ये घरेलू उपाय अपना सहयोग आज ही -दिल्ली देहात से

Allergy in Winters: खांसी और जुकाम से इस तरह से मिलने लगती है।

स्वस्थ सुझाव: सर्दियों में कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने लगती हैं। इस दौरान कई तरह की एलर्जी भी हो सकती है। नाक बहने की परेशानी होती है, जिससे लोग पसीने से तर हो जाते हैं और गले की जलन और सूखापन बढ़ जाता है। वहीं, बैक्टीरिया से गले, नाक और फेफड़ों से जुड़ी एलर्जी हो सकती है। सर्दी, खांसी, जुकाम और गला होने से दर्द महसूस होता है। थोड़ी देर में एलर्जिक रिएक्शन कई कारणों से हो सकता है, जैसे डिमेल हवा, बैक्टीरिया के संपर्क में आना, वायरल इंफेक्शन, कमरे में अत्यधिक नमी या फिर सूखना आदि। यहां किन तरीकों से इस एलर्जी (Winter Allergy) से राहत पाई जा सकती है।

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सर्दी की एलर्जी के घरेलू उपाय | सर्दी एलर्जी घरेलू उपचार

सर्दी में एलर्जी से शरीर पर कई लक्षण दिखने या महसूस होने लगते हैं। गले में खुजली होती है, खांसी की परेशानी होती है, मुंह के आसपास सूजन हो सकती है और नीचा दिखाने में परेशानी होती है, सांस लेने (सांस लेने) में परेशानी होती है, आंख लाल नजर आने लगती है, बीमार महसूस होता है और त्वचा हो सकता है। जीरथ पथ लैबोरेटरी के निदेशक डॉक्टर प्रशांत जीरथ के अनुसार, परेशानी रोशनी-फुल्की हो तो कुछ घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं। लेकिन, काम बढ़ना तो डॉक्टर की सलाह लें। डॉक्टर जीरथ के अनुसार ओवर काउंटर एलर्जी की दवा, नेटी पॉट और नेसल स्प्रे काम कर सकते हैं।

विस्तार

गले की दवा और खांसी (खांसी) समेत कई तरह की एलर्जी से आने में शहद साबित होगा। शहद का सेवन सीधा भी किया जा सकता है या फिर इसे अदरक के साथ भी लिया जा सकता है।

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अदरक

अदरक (Ginger) के औषधीय गुणों को तुरंत ही आम एलर्जी को दूर रखें। इसका उपयोग करने के लिए छोटे मोहरे में झाइयाँ और पानी में छान लें। इस पानी को चाय की तरह पीने पर गला और नाक सब खुल जाते हैं।

अदरक की चाय

गर्म सूप

गले में जमे हुए गले को गर्म करने में सहायता मिलेगी। किसी भी सब्जी का स्वास्थ्य रहने वाले पिएं। इससे शरीर की रोग क्षमताएं भी परिलक्षित और कम हो जाएंगी।

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इन बातों का ध्यान रखें

  • देखने पर रूसी या धूल-मिट्टी ना हो इसका खास ध्यान रखें। देखने और तकियों के समय-समय पर सफाई करते रहें।
  • अपने सोने या उठने के आकार और रजाई आदि पर कवर चढ़ाकर रखें।
  • घर में अगर ज्यादा ज्यादा हो तो डिह्यूमि इंटीग्रेटर का इस्तेमाल करें।
  • पालतु जानवर को छुएं तो हाथ जरूर लग जाते हैं। उनके बाल यहां-वहां ना रहें.
  • रोग अपनी सक्रियण क्षमता बढ़ाने पर ध्यान दें।

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