प्रवर्तन निदेशालय (प्रवर्तन निदेशालय) की छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर अटैचमेंट चल रहा है। छत्तीसगढ़ कोयला घोटाले में दर्ज लॉन्ड्री मनीड्रिंग का मामला दर्ज हो रहा है। रायपुर और भिलाई सहित कई शहरों में प्रवर्तन निदेशालय की निगरानी चल रही है। जानकारी के मुताबिक 15 से ज्यादा जगहों पर फोकस चल रहा है। कांग्रेस पार्टी के छत्तीसगढ़ के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के यहां भी गौरवान्वित हो रही है। इसके साथ ही जेल में सुनील बंद अग्रवाल के यहां भी लुकाछिपी हो रही है।
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यह मामला है
आपको बताएं कि कोयला लेवी धनशोधन (कोयला घोटाला) मामले में 20 फरवरी 2023 को भी ईडी ने छत्तीसगढ़ में छापा मारा था। यह छाया राज्य की राजधानी रायपुर में 24-26 फरवरी तक कांग्रेस के तीन दिवसीय पूर्ण अधिवेशन से पहली बार हुआ था। राज्य में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है। कोयला लेवी धनशोधन के बारे में बताया गया है कि वरिष्ठ मतदाता, भाजपा, राजनीतिक नेताओं और बिचौलियों से जुड़े एक ‘गिरोह’ द्वारा छत्तीसगढ़ में प्रत्येक टन ढुलाई पर 25 रुपये की मतदाता की जा रही थी।
अब तक यह नपे
उस समय बताया गया था कि अब तक स्टेट जंपिंग सर्विस के अधिकारी सौम्या चौरसिया, सूर्यकांत तिवारी, उनके अंकल लक्ष्मीकांत तिवारी, छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी समीर बाकीनोई और एक कर्मचारी सुनील सहित अग्रवाल नौ लोगों को चुकाया गया है। इस मामले में पिछले साल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी आईएएस अधिकारी सौम्या चौरसिया, राज्य के एक आईएएस अधिकारी समीर विश्राम और कुछ कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में खनन अधिकारी शिव शंकर नाग और संदीप कुमार की गिरफ्तारी भी हुई थी। 20 फरवरी 2023 को ईडी ने बताया था कि 2 साल के अंदर 540 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। अभी तक ईडी फ़ोल्डर की 152 करोड़ रुपये की संपत्ति ज़ब्त कर ली गई है।
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