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2008 के मुंबई आतंकवादी हमले की यादें अभी भी विशद कहती हैं US NDTV हिंदी NDTV India – 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले की यादें अब भी भड़कीं:अमेरिका -दिल्ली देहात से

हमलों में पाकिस्तान के 10 भारी-भरकम लफ़्ज़ों ने 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में बर्बाद मचाई

एग्जिक्यूटिव : 2008 में मुंबई में हुआ हमला कभी दिखा नहीं जा सकता। इस हमले में भारत ही नहीं कई विदेशी भी मारे गए थे। बाइडेन प्रशासन ने सोमवार को कहा कि 2008 में मुंबई में निशानदेही किए गए ब्रुटल अटैक की यादें अभी तक भारत और अमेरिका दोनों में ताजा हैं। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स में कहा, “मुंबई में 2008 में हुए आतंकवादी हमलों की यादें अभी तक ताजा हैं। वे यहां (और) भारत में अभी भी जीवंत हैं।”

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प्राइस ने एक सवाल के जवाब में कहा, न केवल उन व्यक्तिगत गुर्गों ने, जिन्होंने उस दिन सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान ली, बल्कि इसके पीछे जो आतंकवादी समूह थे, जिन्होंने इसे न्यूनाधिक रूप से मदद करने की। मिलेनी को सजा दी जानी चाहिए। उन्नी ने कहा, “वे भी संयुक्त राज्य अमेरिका में भी भड़के हुए हैं। हम सभी उस दिन अभी भी सिनिस्टर की कल्पना, होटल पर हमला, रक्तपात को पकड़ नहीं सकते हैं। यही कारण है कि हम इसके दोषियों के लिए अधिकार पर जोर देते रहते हैं।” ”

देश के इतिहास में सबसे भयानक आतंकवादी हमलों में से एक, जिसमें 166 लोग मारे गए और 300 से अधिक घायल हो गए। इस हमले में पाकिस्तान के 10 भारी-भरकम दावों ने 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में बर्बाद मचाई थी। भारतीय सुरक्षा फोरस ने आंखों की आंखों को मार गिराया। अजमल कसाब इकलौता करार दिया था, जिसे जिंदा पकड़ा गया था। चार साल बाद 21 नवंबर 2012 को गलती के बाद उन्हें फांसी दे दी गई।

(इस खबर को एंडीटीवी टीम ने नाराज नहीं किया है। यह सिंडीकेट से सीधे प्रकाशित किया गया है।)

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